Dr. Krishna Khatri / डाॅ. कृष्णा खत्री
सेवानिवृत्त प्रोफेसर, मुंबई विश्वविद्यालय
लेखिका, कहानीकार, कवयित्री
ठाणे, महाराष्ट्र
हिन्दी की ख्यातिलब्ध रचनाकार डाॅ. कृष्णा खत्री ने जीवन की विषम परिस्थितियों को पराजित करते हुए मुंबई विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि अर्जित की। देश के विभिन्न हिस्सों से निकल रही साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में गद्य-पद्य दोनों विधाओं में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवाते हुए डाॅ. कृष्णा खत्री के दो कहानी संग्रह – कसक और मिरॅकल, काव्य संग्रह – कतरा-कतरा, निबंध संग्रह – मीडिया और स्त्री, इसके अतिरिक्त महिला रचनाकारों का प्रथम राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय काव्य संग्रह – अभियान (संपादन) आए जो खासे चर्चित रहे। डाॅ. कृष्णा खत्री की कई पुस्तकें अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं।
डाॅ. खत्री राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शताधिक सम्मानोपाधियों से विभूषित हो चुकी हैं, जिनमें महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा प्रदत्त ‘मुंशी प्रेमचंद प्रथम पुरस्कार’ (कसक), ‘संत नामदेव प्रथम पुरस्कार’ (कतरा-कतरा), ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल तृतीय पुरस्कार’ (मीडिया और स्त्री) और अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट अमेरिका द्वारा ‘वुमॅन आॅफ द इयर-2005’, ‘महादेवी वर्मा सम्मान मथुरा’, ‘सुभद्रा कुमारी चैहान सम्मान पानीपत’, ‘दुष्यंत कुमार साहित्य सम्मान खंडवा’ इत्यादि सम्मानोपाधियों सहित कर्नाटक के राज्यपाल द्वारा भी सम्मानित हो चुकी हैं अपने उत्कृष्ट लेखन के कारण।