क्षणिकाएं
बहुमूल्य
जो बहू
मूल्य लेकर आवे
होती है बहुमूल्य।
प्रश्न
ऐसा क्यों, पहले तुम आग थी,
फिर पानी हुई और अब धुआं हो गई
वह बोल पड़ी – जॉनी, मैं हुक्का बन गई।
रिश्ते
प्यार में
ऐसे भी रिष्ते निभाने पड़ते हैं,
कभी गदहे को बाप
तो कभी बाप को …।
लड़की
उस व्यक्ति ने जब
लड़की का अपहरण किया
बनी थी रास्ते का शूल,
और जब चाहा छोड़ दे
बन गयी गले का फूल।
ओढ़नी
मफ्लर स्टाइल ओढ़नी देखकर
यूं लगने लगा है,
क्यों अश्लिलता की रस्सी अब
उनके गले कसने लगा है।
तस्वीर
मेरे कॉलेज की एक छात्रा
चिल्लाकर बोली
अश्लिलता कहां है बताओ,
वह बोला –
तुम पहले अपनी तस्वीर देखकर आओ।
नाम
जंगल का राजा शेर
चिल्लाया
मेरा नाम घोटाला में कहां से आया।
जेल
घोटाला पर घोटाला
कहो कैसे देश बचाएं।
उन नेताओं को पहले
जल्द जेल भिजवाएं।।
शराब
शराब भरा ग्लास
जब-जब ओठों से लगाया।
सिर्फ खाली ग्लास ही
मेरे हाथ आया।।