सच्चाई क्या यही है
हरि प्रकाश गुप्ता
जिस पर जब अधिक विश्वास जताया है।
धोखा भी तब उसी से खाया है।।
पीछे से धक्का देकर गिरा दिया।
देखा सभी ने, आगे बढ़े, उठाने कोई न आया है।।
कितने बदल गए लोग और नीयत का उनकी क्या कहना।
अब तो आदत भी हो गई, क्योंकि संग तो उन्हीं के रहना है।।
दोस्त कहें और भाई भी कहते, पर कपट दिल में रखते हैं।
चूक जरा सी भी कर दी, पीछे से हमला करते हैं।।
सामने बड़ी-बड़ी और अपनेपन की बातें करते।
जरूरत पर मदद कभी न करते हैं।।
जिनको सबसे आगे रहना, वो मुसीबत में पीछे भागते हैं।
उनकी राह देख-देख, इंतजार में उनके जागते हैं।।
वो आराम से घर पर रहकर आंनद लेते।
हमें झूठी तसल्ली के सिवा कुछ न देते हैं।।
रंग बदलते यार ये अपने, सदा रंग बदलते रहते हैं।
सच्चाई क्या यही है, दोस्त से अच्छे दुश्मन रहते हैं।।
अभियंता दिवस
आओ मिलकर सभी अभियंता दिवस मनाएं।
आज इस मौके पर अभियांत्रिकी की गाथा गाएं।।
अभियंताओं ने एक से बढ़कर एक किए आविष्कार।
बिजली का किया आविष्कार दूर हुआ अंधकार।।
सिंचाई के काम आ रही पानी पंप की रफ्तार।
हो रहा कृषि क्षेत्र में विस्तार।।
सोलर बिजली लाकर दुनिया में धूम मचाई।
जिन गांवों में बिजली खंभे नहीं जा सकते,
वहां सोलर ऊर्जा से रोशनी करवाई।।
जंगल में भी मंगल करके, जगमगाती बिजली रानी।
वाह रे अभियंताओं वाकई
तेरी अभियांत्रिकी की गाथा जरूरी है गानी।।
समुद्रों और नदियों में पुल और बांध बनाए।
टेलीफोन, टेलीविजन, मोबाइल और
वीडियो कांफ्रेंसिंग तकनीकी लेकर आए।।
आओ मिलकर सभी अभियंता दिवस मनाएं।
आज इस मौके पर अभियांत्रिकी की गाथा गाएं।।
लंबी-लंबी यात्रा घंटों में करवाते।
हवाई जहाज और हैलीकॉप्टर इसलिए बनवाते।।
समुद्र और नदियों में भी अपनी तकनीकी फैला दी।
पनडुब्बी, स्टीमर और जलयान बना दी।।
धरती पर रहकर भी चांद और तारों से मिलवाया।
ऐसा क्या नहीं है जो तुमने नहीं बनाया।।
मेल आइडी से दुनिया की जानकारी कराते हो।
फेसबुक से देखो तो घर बैठे मित्र बनवाते हो।।
वाट्सएप के तो क्या कहने, घर बैठे-बैठे चैटिंग करवाते हो।
इतने पर भी हिम्मत न हारी, वीडियो कॉल पर मिलवाते हो।।
आओ मिलकर सभी अभियंता दिवस मनाएं।
आज इस मौके पर अभियांत्रिकी की गाथा गाएं।।
दिल तो दिल है
हृदय दिवस है तो खुशी से मनाइए।
दिल तो दिल है किसी से लगाइए।।
दिल लगाना नहीं आसान, करता बहुत परेशान।
पर दिल लगाना ही है, ऐसा एक बार लो ठान।।
दिल हमने भी बहुत बार लगाकर देखा।
पर समझ न पाया, और पार न कर सका रेखा।।
इसका देखा, उसका देखा, पर कहीं न दिल साफ पाया।
किसी ने दिल में एक छेद, किसी ने दो, किसी ने टूटा बताया।।
दिल को जोड़ा और न फेवीकोल से छेद बंद कर सकते।
दिल की रफ्तार तेज हो तो पकड़ नहीं सकते।।
दिल किसी का बहुत बढ़िया और किसी का बहुत काला होता है।
खुशनसीब मानूं या कुछ और, जिसका दिल किसी से लगा नहीं होता है।।
हृदय दिवस है तो खुशी से मनाइए।
दिल तो दिल है, किसी से लगाइए।।
खुशी मन से सभी को दिल दिवस की बधाई दे रहा हूं।
बदले में कहां किसी का दिल ले और न दे रहा हूं।।