भारतीय मूल की अलीशा गढ़िया को मिला डेली पॉइंट्स ऑफ लाइट अवॉर्ड
भारतीय मूल की 6 वर्ष की लड़की अलीशा गढ़िया को बोरिस जॉनसन पॉइंट्स ऑफ लाइट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान जलवायु परिवर्तन और वनों की कटाई औऱ जलवायु परिवर्तन पर जागरुकता बढ़ाने के अभियान के लिए दिया गया है। अलीशा गढ़िया एक क्लाइमेट एक्टीविस्ट हैं और उन्होंने इस क्षेत्र की गैर लाभकारी संस्था कूल अर्थ के लिए काम कर 3,000 पाउंड से अधिक का फायदा कराया है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कार्यालय से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, अलीशा गढ़िया ने कहा है कि वह इस सम्मान को पाकर सम्मानित महसूस कर रही हैं और उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बोरिस जॉनसन को उन्हें पत्र लिखने के लिए भी धन्यवाद दिया।
इंग्लैंड के नॉटिंघमशायर में वेस्ट ब्रिजफोर्ड की रहने वाली इस युवा लड़की ने अपने स्कूल में एक जलवायु परिवर्तन क्लब भी स्थापित किया है।
रशक्लिफ से कंजर्वेटिव सांसद रूथ एडवर्ड्स ने कहा कि वह यह सुनकर बहुत खुश हैं कि गढ़िया को वर्षावनों की रक्षा करने और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उनके अद्भुत कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि गढ़िया इस बात की मिसाल है कि किस प्रकार हम पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अलीशा गढ़िया के अभियान में आगे क्या होगा, वह यह जानने के लिए उत्सुक हैं। गढ़िया ने यह सम्मान पाने के लिए अपने शिक्षकों, स्कूल और कूल अर्थ फाउंडेशन को धन्यवाद किया है। अलीशा के माता-पिता ने कहा है कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है।
भारतीय मूल के सिंगापुरी सिख जोड़ी गुरुनानक पर डॉक्यूसीरीज करेंगे जारी
सिंगापुर में भारतीय मूल की सिंगापुरी सिख जोड़ी गुरुनानक देव के जीवन पर डॉक्यूसीरीज जारी करेंगे। यह 24 एपीसोड की सीरीज होगी, जिसमें गुरुनानक देव के जीवनकाल के दौरान की गई यात्राओं का क्रमानुसार वर्णन किया जाएगा। अमरदीप सिंह और उनकी पत्नी विनिंदर कौर किसी प्रकार का शुल्क लिए बिना इस सीरीज को thegurunanak.com पर रिलीज करेंगे। यह डाउनलोड करने के लिए भी उपलब्ध होगी। अगले चरण में लॉस्ट हेरिटेज प्रोडक्शन और सिख लेंस प्रोडक्शंस की ओर से निर्मित डॉक्यूसीरीज का पंजाबी और हिन्दी में अनुवाद किया जाएगा।
सिंह ने बताया कि 550 साल पहले गुरुनानक देव ने पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक, सउदी अरब, तिब्बत, बांग्लादेश, भारत और श्रीलंका की यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने एकता का संदेश दिया था। इस सीरीज को बनाने के लिए सिख जोड़े ने साल 2019 में वहां की यात्रा की थी, जहां पर गुरुनानक अपने जीवन काल में गए थे।